CRPF के ‘ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट’ ने बदला नक्सल प्रभावित इलाकों का नक्शा — नक्सल-मुक्त भारत की उलटी गिनती शुरू!
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत नक्सलवाद के खिलाफ निर्णायक जीत की ओर अग्रसर है। सीआरपीएफ (CRPF), एसटीएफ (STF), डीआरजी (DRG) और राज्य पुलिस के संयुक्त अभियानों ने एक के बाद एक बड़ी सफलताएं हासिल की हैं।
🔸 ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट: निर्णायक मोड़
अप्रैल 2025 में सीआरपीएफ के नेतृत्व में चला ‘ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट’ नक्सलवाद के खिलाफ अब तक का सबसे सफल अभियान साबित हुआ। इस ऑपरेशन में सुरक्षाबलों ने अबूझमाड़ के घने जंगलों में गहराई तक घुसकर 31 माओवादियों को ढेर किया। सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि इस अभियान में सुरक्षा बलों को एक भी हताहत नहीं हुआ।
🔸 258 नक्सलियों का आत्मसमर्पण: बड़ा झटका माओवादी नेटवर्क को
14 से 17 अक्टूबर 2025 के बीच, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में कुल 258 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया, जिनमें 197 छत्तीसगढ़ और 61 महाराष्ट्र के थे।
सबसे बड़ा झटका तब लगा जब ₹1 करोड़ के इनामी शीर्ष कमांडर सतीश उर्फ टी. वासुदेव राव ने अपने साथियों रणिता, भास्कर, नीला (नांदे) और दीपक पालो के साथ आत्मसमर्पण किया।
🔸 नक्सल नेतृत्व का पतन
मई 2025 में नारायणपुर जिले में मुठभेड़ के दौरान सीपीआई (माओवादी) के महासचिव बसवराजु समेत 27 माओवादी मारे गए।
सितंबर 2025 में कट्टा रामचंद्र रेड्डी और कादरी सत्यनारायण रेड्डी के मारे जाने से संगठन का ऊपरी ढांचा पूरी तरह ध्वस्त हो गया।
जनवरी 2024 से अब तक 2,100 से अधिक नक्सली आत्मसमर्पण, 1,785 गिरफ्तार, और 477 मारे गए हैं।
अबूझमाड़ और उत्तर बस्तर, जो कभी माओवादी गतिविधियों का केंद्र थे, आज नक्सल-मुक्त क्षेत्र घोषित हो चुके हैं।
🔸 रेड कॉरिडोर का अंत निकट
नेपाल से आंध्र प्रदेश तक फैले तथाकथित ‘रेड कॉरिडोर’ का अब अंत हो रहा है। नक्सली हिंसा में 91% की कमी आई है।
अप्रैल 2025 में बडे़सट्टी गांव बस्तर का पहला नक्सल-मुक्त ग्राम पंचायत घोषित किया गया — जो इस लड़ाई में प्रतीकात्मक जीत है।
🔸 मजबूत सुरक्षा ढांचा: नई तकनीक और इन्फ्रास्ट्रक्चर का सहयोग
सीआरपीएफ और राज्य पुलिस के संयुक्त प्रयासों से अब दूरस्थ इलाकों में मजबूत पुलिस चौकियां और ऑपरेशनल बेस स्थापित किए गए हैं।
सड़क, पुल और संचार नेटवर्क के विस्तार से सुरक्षा बलों की पहुंच पहले से कहीं अधिक हो गई है, जिससे नक्सल प्रभाव तेजी से समाप्त हो रहा है।

