SSB जवान की सतर्कता और साहस से बची किशोरी की जान
सीमा पर मानव सेवा का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करते हुए भारत-नेपाल सीमा पर तैनात 48वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल (SSB) के एक जवान ने एक 12 वर्षीय किशोरी की जान बचाई।
जानकारी के अनुसार, बीओपी नहरनियां पर ड्यूटी के दौरान कांस्टेबल (जीडी) अखलेश कुमार ने जलाशय में एक किशोरी को डूबते हुए देखा। उन्होंने बिना किसी हिचक के तुरंत कार्रवाई की और स्थानीय लोगों की मदद से किशोरी को पानी से बाहर निकाला। इसके बाद जवान ने मौके पर ही प्राथमिक उपचार देकर उसकी जान बचाई।
बाद में, ग्रामीणों की सहायता से किशोरी को उमगांव स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी स्थिति अब स्थिर बताई जा रही है।
किशोरी की पहचान नहरनियां गांव निवासी मोहम्मद मोतिमूल रहमान की पुत्री रेफात खातून (आयु 12 वर्ष) के रूप में हुई है। यह घटना सीमा स्तंभ से लगभग 1.3 किलोमीटर दूरी पर हुई।
कमांडेंट श्री गोविंद सिंह भंडारी ने कांस्टेबल अखलेश कुमार के साहस और त्वरित कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि उनकी सतर्कता और मानवता की भावना के कारण एक मासूम की जान बचाई जा सकी।
एसएसबी हमेशा से सीमावर्ती क्षेत्रों में न केवल सुरक्षा बल्कि जनसेवा और मानवीय सहायता के लिए भी समर्पित रही है।

