कर्रेगुट्टा में खुलेगा CRPF का वॉर फेयर ट्रेनिंग स्कूल, नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई को मिलेगी नई ताकत
केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर स्थित कर्रेगुट्टा में CRPF (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) का वॉर फेयर ट्रेनिंग स्कूल खोलने को मंजूरी दे दी है। 700 एकड़ भूमि पर बनने वाला यह अत्याधुनिक ट्रेनिंग कैंप नक्सलियों के खिलाफ जारी लड़ाई में सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ा हथियार साबित होगा।
कर्रेगुट्टा पहाड़ी, जिसे पहले नक्सलियों का गढ़ माना जाता था, अब सुरक्षाबलों की सबसे बड़ी रणनीतिक जीत का प्रतीक बन गई है। इसी इलाके में मई 2025 में चलाए गए 21 दिन लंबे ऑपरेशन में 31 कुख्यात नक्सली ढेर किए गए थे, जिनमें नक्सलियों का टॉप कमांडर बसवराजु भी शामिल था। बसवराजु पर 1 करोड़ रुपये का इनाम घोषित था।
नक्सलवाद मुक्त भारत की ओर कदम
केंद्र सरकार ने मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद खत्म करने का लक्ष्य तय किया है। इसी दिशा में यह ट्रेनिंग स्कूल महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यहां जंगल वॉरफेयर, आधुनिक हथियारों और स्पेशल ऑपरेशंस की ट्रेनिंग दी जाएगी, जिससे जवानों की क्षमता और भी बढ़ेगी।
विकास और सुरक्षा दोनों को मिलेगी मजबूती
CRPF का कैंप न केवल नक्सलियों के खिलाफ मोर्चे को मजबूत करेगा, बल्कि स्थानीय युवाओं को रोजगार और क्षेत्र को नई विकास संभावनाएं भी देगा। छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि इस ट्रेनिंग स्कूल को वन्य जीव कल्याण बोर्ड से मंजूरी मिल चुकी है और जल्द ही इसका काम शुरू होगा।
केंद्र और राज्य सरकार का यह कदम नक्सलियों के गढ़ को पूरी तरह खाली कराने की रणनीति का हिस्सा है। कर्रेगुट्टा में CRPF का वॉर फेयर ट्रेनिंग स्कूल खुलना इस बात का साफ संकेत है कि अब नक्सलियों को उनके पुराने ठिकानों से भी पूरी तरह बेदखल किया जाएगा।

