215 बटालियन CRPF को मिली बड़ी सफलता: जमुई के जंगल से दो नक्सली गिरफ्तार
जमुई जिला के बरहट थाना क्षेत्र के गुरमाहा और चोरमारा के जंगली इलाके में CRPF की 215 बटालियन और एसटीएफ बरहट ने संयुक्त रूप से नक्सल विरोधी सर्च ऑपरेशन चलाया। इस अभियान में सुरक्षा बलों ने दो सक्रिय नक्सलियों को दबोचने में बड़ी सफलता हासिल की है।
गिरफ्तार नक्सलियों की पहचान चोरमारा गांव निवासी पूना कोड़ा के बेटे सोमर कोड़ा उर्फ बजरंगी कोड़ा और बरहट थाना क्षेत्र के बिचला गांव निवासी स्व. राम कोड़ा के बेटे अशर्फी कोड़ा के रूप में हुई है। दोनों कई गंभीर मामलों में खैरा थाना कांड संख्या 474/20 और बरहट थाना कांड संख्या 41/17 के तहत वांछित थे।
जंगल में छिपे थे नक्सली, सीआरपीएफ ने घेरा
गुप्त सूचना के आधार पर सीआरपीएफ कमांडेंट बिनोद कुमार मोहरिल के नेतृत्व में ए/215 बटालियन ने एफओबी चोरमारा से अभियान की शुरुआत की। चोरमारा, परसातरी, बिचला टोला और गुरमाहा के आसपास के घने जंगलों में बी लेवल ऑप्स शैडो के तहत गहन तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान दो संदिग्ध व्यक्ति जंगल में भागते दिखे, जिन्हें सीआरपीएफ जवानों ने खदेड़कर गिरफ्तार कर लिया।
पुराने मामलों से निकला कनेक्शन
पूछताछ में जब दोनों नक्सलियों ने अपनी पहचान बताई तो यह साफ हो गया कि वे पुराने नक्सली मामलों में सक्रिय रहे हैं। सीआरपीएफ ने तत्परता दिखाते हुए दोनों को बरहट और खैरा थाना पुलिस के हवाले कर दिया। वर्तमान में उनसे आगे की पूछताछ और कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
नक्सल विरोधी अभियान में सीआरपीएफ की बड़ी सफलता
इस कार्रवाई ने एक बार फिर साबित किया है कि सीआरपीएफ लगातार नक्सल प्रभावित इलाकों में सक्रिय है और जंगलों में छिपे उग्रवादियों के खिलाफ सटीक कार्रवाई कर रही है। जवानों की सतर्कता और तेज कार्रवाई से इलाके में नक्सल गतिविधियों को रोकने में बड़ी मदद मिलेगी।