CISF में एचआर सुधार का असर: 13,520 अराजपत्रित और 406 राजपत्रित अधिकारियों को पदोन्नति
केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने मानव संसाधन (एचआर) सुधारों के तहत पिछले एक वर्ष में अभूतपूर्व उपलब्धि दर्ज की है। बल में 13,520 अराजपत्रित अधिकारियों (NGO) और 406 राजपत्रित अधिकारियों को पदोन्नति दी गई है। यह सुधार न केवल करियर प्रगति को सुनिश्चित करते हैं, बल्कि जवानों और अधिकारियों के मनोबल को भी मजबूत करते हैं।
एचआर सुधारों से तेज हुई पदोन्नति प्रक्रिया
पारंपरिक तौर पर सीआईएसएफ में पदोन्नति साल में केवल एक बार होती थी, लेकिन 2025 में यह स्थिति बदल गई। बल के इतिहास में पहली बार, पदोन्नति समितियों (DPC) की कार्यवाही कैलेंडर वर्ष के शुरुआती महीनों में ही पूरी कर ली गई। इसके चलते रिक्तियां उपलब्ध होते ही समय पर पदोन्नतियां संभव हुईं।
इससे बल के लगभग 9% कर्मियों को करियर में आगे बढ़ने का अवसर मिला, जो पिछले वर्षों की तुलना में बड़ी उपलब्धि है।
नई पोस्टिंग नीति से मिली बड़ी राहत
पदोन्नति के साथ ही पोस्टिंग व्यवस्था में भी बड़े बदलाव किए गए। व्यापक परामर्श के बाद नई एचआर पॉलिसी लागू की गई, जिसे पहली बार 2025 के वार्षिक स्थानांतरणों में अपनाया गया। यह प्रक्रिया बल मुख्यालय द्वारा केंद्रीकृत रूप से एक समर्पित आंतरिक सॉफ्टवेयर के जरिए की गई।
नई नीति के प्रमुख परिणाम:
- सेवानिवृत्ति के करीब पहुंचे कर्मियों के लिए 100% पसंद अनुसार पोस्टिंग
- महिला कर्मियों के लिए 99% पसंद आधारित स्थानांतरण
- कांस्टेबल/जीडी स्तर पर 92.5% तक वास्तविक पसंद का मिलान
- कुल मिलाकर 86% पोस्टिंग कर्मियों की वरीयताओं के अनुरूप
शिकायतों में 66% की कमी
इन सुधारों का सबसे बड़ा असर यह रहा कि पोस्टिंग से जुड़ी शिकायतों में 66% की गिरावट दर्ज की गई है। यह इस बात का संकेत है कि अब बलकर्मियों को संस्थागत तंत्रों पर भरोसा है और वे अपनी चिंताओं का समाधान उसी प्रक्रिया से पा रहे हैं।
मनोबल और कार्य-जीवन संतुलन पर सकारात्मक प्रभाव
नई व्यवस्था ने न केवल प्रशासनिक बोझ को कम किया है, बल्कि कर्मियों के मनोबल को भी ऊंचा किया है। पोस्टिंग और पदोन्नति की पारदर्शी व निष्पक्ष प्रक्रिया ने बल के भीतर एक कल्याण-उन्मुख संस्कृति को बढ़ावा दिया है।
सीआईएसएफ का मानना है कि प्रेरित और संतुष्ट बलकर्मी न केवल बेहतर सुरक्षा प्रदान करेंगे, बल्कि बेहतर कार्य-जीवन संतुलन के साथ देश की महत्वपूर्ण अवसंरचना की सुरक्षा में और अधिक प्रभावी भूमिका निभा पाएंगे।

