कांकेर में 50 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण | BSF कैंप में राजमन व राजू सलाम सहित शीर्ष कैडरों ने डाले हथियार
छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में नक्सल विरोधी अभियान को बड़ी सफलता मिली है। उत्तर बस्तर के कांकेर जिले के कामतेरा स्थित BSF की 40वीं बटालियन कैंप में करीब 50 नक्सलियों ने हथियार डालकर आत्मसमर्पण किया। यह समूह दो अलग-अलग थानों के माध्यम से संपर्क में आया था, जिसके बाद उन्हें बीएसएफ कैंप में लाया गया।
🔹 नक्सल संगठन को बड़ा झटका
समर्पण करने वालों में नक्सल संगठन के दो बड़े कैडर प्रमुख राजमन मंडावी उर्फ राजमोहन उर्फ कंडागटला यादगिरि उर्फ भास्कर (एसजेडसीएम, आईसी एनबी डिवीजन एवं कंपनी नंबर 5 प्रभारी) और राजू सलाम (एसजेडसीएम, कमांडर मिल कंपनी नंबर 5) शामिल हैं। इन दोनों के आत्मसमर्पण से सीपीआई (माओवादी) संगठन को गहरा झटका लगा है।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि सुरक्षाबलों की सुरक्षा के बीच नक्सली बसों से उतरकर कैंप में पहुंच रहे हैं।
🔹 18 पुरुष व 32 महिला नक्सलियों ने किया समर्पण
बस्तर रेंज के आईजी पी. सुंदरराज और कांकेर एसपी इंद्रा कल्याण एलेसेले ने बताया कि नक्सलियों से लगातार संवाद और भरोसे की नीति के कारण यह आत्मसमर्पण संभव हुआ।
कुल 18 पुरुष और 32 महिलाएं इस समूह में शामिल हैं। इनमें मीना नेताम (एसीएम/सेक रावघाट एसी) जैसी प्रमुख महिला नक्सली भी हैं।
पदानुक्रम के अनुसार समर्पित नक्सली:
- एसजेडसीएम – 2
- आरसीएम – 1
- डीवीसीएम – 5
- एसीएम – 21
- पीएम – 21
इन नक्सलियों ने 39 हथियार जमा किए हैं, जिनमें —
7 एके-47 राइफल, 2 एसएलआर, 4 इंसास, 1 इंसास एलएमजी, 1 स्टेन गन और अन्य सिंगल शॉट व .303 राइफलें शामिल हैं।
🔹 अबूझमाढ़ के गढ़ में कमजोर हुई नक्सली पकड़
यह समर्पण नक्सलियों के पारंपरिक गढ़ अबूझमाढ़ क्षेत्र में माओवादी संगठन की पकड़ को कमजोर करने वाला साबित हुआ है।
सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, यह घटना सुरक्षा बलों के लगातार दबाव, विकास कार्यों की पहुंच और राज्य सरकार की पुनर्वास नीति की सफलता को दर्शाती है।
🔹 और भी समर्पण की संभावना
सूत्रों के अनुसार, कई अन्य कैडर भी संपर्क में हैं और जल्द ही आत्मसमर्पण कर सकते हैं। बीएसएफ कैंप में सुरक्षा एजेंसियों द्वारा समर्पित नक्सलियों से संवाद व पुनर्वास प्रक्रिया जारी है।

