CRPF एसआई रमेश कुमार का गोली लगा शव बाथरूम में मिला, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका
झारखंड के रांची स्थित धुर्वा ट्रेनिंग सेंटर में तैनात CRPF के एसआई रमेश कुमार का गोली लगा शव बैरक के बाथरूम में मिला। अधिकारियों ने प्रारंभिक जांच में इसे आत्महत्या का मामला बताया है, जबकि परिजनों ने इसे हत्या करार देते हुए उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
रमेश कुमार, बागपत जिले के गौरीपुर जवाहरनगर स्थित इंद्रा कॉलोनी के निवासी थे। उनका शव सोमवार को पैतृक गांव लाया गया, जहां सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
रमेश कुमार के पिता ब्रह्मपाल, जो स्वयं सीआरपीएफ में हवलदार हैं और वर्तमान में गुवाहाटी में तैनात हैं, ने बताया कि बेटे की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है। उनका कहना है कि रमेश ने आत्महत्या नहीं की, बल्कि उसकी हत्या की गई है। उन्होंने बल के उच्च अधिकारियों से गंभीरता से जांच कराकर सत्य सामने लाने की मांग की है।
जानकारी के अनुसार, 26 सितम्बर की रात करीब 2:45 बजे रमेश ड्यूटी से लौटे और अपने साथी के साथ बैरक पहुंचे। सुबह करीब 4 बजे उनका शव बाथरूम में मिला, जिसमें गोली लगने के निशान थे।
सीआरपीएफ अधिकारियों ने फोन पर परिवार को सूचना दी कि रमेश ने अपनी राइफल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली है।
पिता ब्रह्मपाल के अनुसार, रमेश कुमार ने 25 सितम्बर को ट्रेनिंग पूरी की थी और पासिंग आउट परेड में उन्हें स्टार लगाए गए थे। उन्होंने परिवार से फोन और वीडियो कॉल पर बातचीत की थी और काफी खुश नजर आ रहे थे। परिवार का कहना है कि रमेश ने कभी किसी मानसिक तनाव या परेशानी की बात नहीं की।
रमेश कुमार ने 2021 में बीएसएफ में भर्ती होकर अपनी सेवा शुरू की थी। बाद में उन्होंने इस्तीफा देकर 2024 में सीआरपीएफ में एसआई पद पर चयन प्राप्त किया था। तीन भाइयों में वह दूसरे नंबर पर थे और अविवाहित थे।
परिजनों ने कहा कि रमेश मेहनती और खुशमिजाज युवक थे। पासिंग आउट परेड के तुरंत बाद उनकी मौत संदेह पैदा करती है। उन्होंने सीबीआई या किसी स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराए जाने की मांग की है ताकि सत्य सामने आ सके।
स्थानीय पुलिस और सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं। अधिकारियों ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक साक्ष्य के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

