ITBP इंस्पेक्टर ने जीती ‘ग्रेड पे 5400’ की लड़ाई, BSF/CRPF निरीक्षकों के लिए उम्मीद की किरण
केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) के अंतर्गत आने वाले ITBP (इंडो टिब्बतन बॉर्डर पुलिस) इंस्पेक्टर सुशील कुमार ने एक लंबी कानूनी प्रक्रिया के बाद “ग्रेड पे 5400” का हक पाला है। इस फैसले के बाद अब BSF और CRPF के निरीक्षकों के लिए भी इसी प्रकार के लाभ की उम्मीद बढ़ गई है।
मामले का इतिहास
- वित्त मंत्रालय द्वारा 2008 में जारी कार्यालय ज्ञापन (Office Memorandum, OM) के अनुसार, जिन कर्मियों को ₹4800 ग्रेड पे मिलता है और जिन्होंने चार साल सेवा पूरी कर ली है, उन्हें ग्रेड पे ₹5400 दिया जाना चाहिए।
- लेकिन CAPF बलों में यह OM स्वतः लागू नहीं हो रही थी, जिसके चलते कई निरीक्षकों को न्याय के लिए अदालतों का दरवाज़ा खटखटाना पड़ा।
ITBP का फैसला
- सुशील कुमार ने दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दायर की, और बाद में सुप्रीम कोर्ट और अन्य उच्च न्यायालयों में सुनवाई हुई।
- अदालतों के आदेशों के बाद ITBP ने उन्हें “व्यक्तिगत रूप से” ग्रेड पे ₹5400 देने का निर्णय लिया, और यह निर्णय PB-3 / लेवल-10 के अनुसार लागू होगा।
- यह लाभ सिर्फ सुशील कुमार के मामले में लागू होगा। अन्य याचिकाकर्ताओं को यह लाभ तब मिलेगा जब कोर्ट के और निर्णय होंगे।
BSF और CRPF निरीक्षकों की स्थिति
- BSF के 129 निरीक्षकों ने भी इसी ग्रेड पे की मांग के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय का रुख किया है, जहां पारित आदेशों के अनुसार यदि 24 सितंबर 2025 से पहले ग्रेड पे 5400 लागू नहीं होता है, तो विभाग के संबंधित अधिकारियों को कोर्ट में उपस्थित होने का निर्देश है।
- CRPF निरीक्षकों के मामले की सुनवाई 14 अक्टूबर 2025 को निर्धारित है।
- सूत्रों के मुताबिक, सरकार के पास अब विकल्प कम है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट में SLP खारिज हो चुकी है।
आगे की राह
- केंद्र सरकार ↔ गृह मंत्रालय को निर्देश देना होगा कि OM को सभी सम्बंधित CAPF बलों में लागू किया जाए।
- BSF/CRPF निरीक्षकों को भी समान स्थिति में न्याय मिले, इस हेतु कोर्ट के फैसलों का अनुपालन आवश्यक है।
- विभागों को समय-सीमा के भीतर कार्रवाई करनी चाहिए ताकि अन्य निरीक्षक भी इस फैसले से लाभान्वित हो सकें।